Ipc Sections For Theft

Summary

In cases of theft, Indian Penal Code (IPC) sections such as 378, 379, 380, 381, and 382 may apply. For assault and threats, sections 323, 504, and 506 are relevant. To strengthen your complaint, file an FIR with the police, consult a local lawyer, and attach medical reports as evidence.

Full Conversation

बदरियाफ्त श्री प्रदीप यादव पुत्र श्री छेदी लाल यादव निवासी मानसनगर जिया मऊ लखनऊ थाना - गौतमपल्ली मो*नं*-* ने अपनी एफआईआर का समर्थन करते हुए बताया कि साहब मैं अमौसी एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी गार्ड के पद पर तैनात हूँ और उसी से अपने घर का जीवन यापन कर रहा हूँ। दिनांक */*/* को मैं एयरपोर्ट लक्ष्मण चौक के पास फ्लाई ओवर पर ड्यूटी पर तैनात था। उस समय एक ई-रिक्शा (ई-रिक्शा नबर UP-32VN5985) वाला बार-बार चकर लगा रहा था और उस समय पर वीवीआईपी मूवमेंट भी चल रहा था। जब वह ई-रिक्शा DGCA आफिस रोड के पास सवारी बैठाकर ले जा रहा था, मैंने दौड़कर उस ई-रिक्शा वाले के पास पहुंचा और उससे कहा तुम यहां बार-बार क्यो घूम रहे हो इस पर ड्राईवर तुरंत गाली गलौज करने लगा, मैने पार्किंग स्टाफ को लोक लेकर आने को कहा इस पर ई-रिक्शा ड्राईवर तुरन्त मारपीट करने लगा, और मुझे धमकी देते हुए कहा है कि अगली बार मेरी गाड़ी को रोका तो मैं तुम्हें जान से मार दूंगा और मुझ मारने लगा इससे मेरे शरीर पर काफी गंभीर चोटे आयी जबतक मेरे स्टॉफ के लोग मेरे पास आए तबतक वहां मौके से भाग गया यही मेरा बयान है। हिन्दी कानूनी भाषा मे लिखें
भारतीय दंड संहिता (IPC) के अंतर्गत आपके मामले में निम्नलिखित धाराएं लागू हो सकती हैं:
- धारा *: चोट पहुंचाने के लिए सजा
- धारा *: शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना
- धारा *: आपराधिक धमकी
क्या आप इस मामले में किसी विशेष कानूनी सलाह की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं?
हाँ
यहां आपके मामले में निम्नलिखित धाराएं लागू हो सकती हैं:
- धारा *: चोट पहुंचाने के लिए सजा
- धारा *: शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना
- धारा *: आपराधिक धमकी
आप अपनी शिकायत को और मजबूत बनाने के लिए पुलिस में एफआईआर दर्ज कर सकते हैं। क्या आप और अधिक जानकारी चाहते हैं या कोई विशेष कानूनी सलाह की आवश्यकता है?
हाँ
आपके मामले में संबंधित धाराएं लागू हैं। आप अपनी शिकायत को और मजबूत बनाने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
- पुलिस में एफआईआर दर्ज करें।
- स्थानीय वकील से परामर्श लें।
- मेडिकल रिपोर्ट को सबूत के रूप में संलग्न करें।
क्या आप किसी वकील की मदद चाहते हैं?